बक्सर खबर (6जून):सिमरी के डुमरी में एक ऐसा कालेज है। जिसे भगौलिक द्ृष्टिकोंण से जिले का सबसे बड़ा कालेज होने का गौरव प्राप्त है। विशाल कैंपस, सामने खेल मैदान, उतना ही बड़ा भवन। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह शहर नहीं गांव में स्थापित है। डीकेएम अर्थात धरीक्षणा कुंवरी मेमोरियल कालेज डुमरी है। यहां दाखिला लेने वाले छात्रों की पढ़ाई तो नहीं होती। अक्सर उन्हें पढ़ाने वाले प्राध्यापक आपस में झगड़ा जरुर करते हैं। यहां का प्रबंधन दो भाग में बंटा हुआ है। सोमवार की सुबह कालेज में यही हुआ। अपने आप को प्राचार्य बताने वाले अवधेश कुमार दलबल के साथ कालेज पर आ धमके। दूसरे प्राचार्य शंभु कुंवर का गोल भी पहले से टाइट था। बात बढ़ी तो अवधेश कुमार के लोगों ने मेन गेट पर अपना ताला जड़ दिया। दूसरे पक्ष के लोगों ने लगे हाथ उसे ताले को तोड़ दिया। बात मारपीट तक पहुंच गयी। अवधेश कुमार के पुत्र गुडू कुमार व कालेज के अनुसेवक अकबर अंसारी को चोट आयी। उन्हें उपचार के लिए भेजा गया। सूचना मिलते ही सिमरी की पुलिस भी वहां पहुंची। दोनों पक्ष के लोगों ने पुलिस को अपने-अपने कागजात दिखाए। विश्व विद्यालय ने हमें प्राचार्य बनने की अनुमति दी है, मेरे पास कोर्ट का आदेश है। दोनों पक्ष के लोग यह दावा करते हुए कागजात प्रस्तुत करते रहे। पुलिस ने बताया कि इस कालेज का विवाद वर्षो पुराना है। यहां हर साल दो पक्ष में बंटे लोग विवाद करते हैं। पुलिस इनका विवाद सलटाते-सलटाते परेशान है। ग्रामीण भी बताते हैं कि पिछले दो दसक से यह परिसर अखाड़ा बना हुआ है।