बक्सर खबर : देश को राजनीतिक भ्रष्टाचार खोखला कर रहा है। न जाने कितने युवाओं का भविष्य बर्बाद होगा कहना मुश्किल है। क्योंकि यह सिलसिला आज का नहीं वर्षो पुराना है। एक बार जिले में इस भ्रष्टाचार ने 137 युवाओं का भविष्य दाव पर लगा दिया है। इन युवाओं को जिला परिषद द्वारा शिक्षक की नौकरी दी जानी है। तय योग्यता व पात्रता परीक्षा का प्रमाणपत्र लिए यह नौजवान सड़क पर आ गए हैं। क्योंकि इनका चयन तो जिला परिषद शिक्षक के लिए हुआ है। प्रशासन इन्हें नियोजन पत्र नहीं दे रहा। परेशान शिक्षकों ने पिछले महीने नगर थाना के सामने मुख्य सड़क को घंटो जाम किया। बारिश होती रही, धरना देने वाले हटे नहीं।
अंतत: मौके पर पहुंचे एसडीओ ने कहा प्रशासन आपके साथ है। हमारी कुछ मजबूरियां हैं। आपको नियोजन पत्र जल्द दिया जाएगा। आखिर इन शिक्षकों के साथ ऐसा क्यूं हो रहा है। यह सवाल पूछे जाने पर डीडीसी सह सचिव जिला परिषद ने कहा हम चाहकर भी इन्हें नियोजन पत्र नहीं दे पा रहे। क्योंकि जिला परिषद अध्यक्ष का उस पर अनुमोदन अनिवार्य है। यहां की जिला परिषद अध्यक्ष उस पर हस्ताक्षर नहीं कर रहीं हैं। जो पत्र फरवरी में दिया जाना चाहिए था। वह जुलाई तक इन शिक्षकों को नहीं दिया जा सका है। शिक्षकों का प्रदर्शन 31 जुलाई को माडल थाना के समक्ष हुआ था। इसी तिथि को इन्हें यहां बुलाया गया था। प्रशासन से नियोजन पत्र नहीं मिलने से खफा शिक्षक अपने साथ हो रही नाइंसाफी पर प्रशासन ने जवाब मांग रहे थे। यह पूरे प्रशासन के लिए चुनौती है। क्योंकि यह अधूरे शिक्षक न्याय के लिए भटक रहे हैं।