बक्सर खबर : सवा करोड के घोटाले में नामजद समाहरणालय के सहायक नाजिर पंकज सिंह ने मंगलवार को न्यायालय में समर्पण कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासन और मीडिया के बीच आपाधापी मच गयी। सभी उसे देखने न्यायालय परिसर पहुंच गए। सीजेएम कोर्ट से बाहर आने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया । हाजत में बंद होने से पहले तस्वीर ले रहे संवाददाताओं से पंकज ने कहा कि मेरी फोटो लेने की क्या जरुरत है। मुझे तो फंसाया गया है। तीन चार दिन बाद देखिएगा, कई लोगों का नाम सामने आएगा। पंकज ने जितने आत्मविश्वास से यह बात कही। उससे यह लग रहा है कि 1 करोड 15 लाख 75 हजार के घोटाले में कई लोग शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि जिस दिन घोटाला सामने आया, वह डयूटी पर ही था। प्रधान नाजिर बैंक से फोन आने पर चेक की जांच के लिए पीएनबी ब्रांचगए। उसी समय वह फरार हुआ। यह बात सभी लोग जानते हैं। न्यायालय में समर्पण की खबर जब सामने आयी, उस समय डीएम रमण कुमार और एसपी उपेन्द्र शर्मा डुमरांव में थे। इन अधिकारियों ने वहां बक्सर खबर के संवाददाता से कहा कि उसे तत्काल रिमांड पर लिया जाएगा। बकौल एसपी पुलिस दबाव में पंकज ने समर्पण किया। इन सरकारी दावों के बीच एक सवाल अभी भी सबके जेहन में घुम रहा है। पंकज के खाते में जो रुपये जमा हुए। अब वे उसके खाते में नहीं है। ऐसे में उसकी निकासी हुई या किसी और के खाते में वहां से भी ट्रांसफर हुए। जिन खाता धारकों के यहां रुपये भेजे गए। उनके नाम क्या हैं। इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है। इस बाबत जोर देने पर पुलिस ने कहा कि अब पंकज के खाते में रुपये नहीं है। उस एकाउंट को सीज कर दिया गया है।