बक्सर खबरः नप चुनाव में आजकल एक नेताजी खासे चर्चा में है। अपनी कुर्सी तो बचा न सके दूसरे के लिए वोट मांग रहे है। क्या अब उसे भी हरायेगें। यह चार्चा डुमरांव नप क्षेत्र में चाय की चुस्की के साथ आम हो गयी है। चाय की चुस्की लेते हुए महेश कहते है कि यह सब नप अध्यक्ष की समान्य महिला आरक्षित होने के कारण हो रहा है। नहीं तो स्थानीय लोगों से ज्यादा पंचायत चुनाव में करारी हार झेले नेताजी लोग दिलचस्पी ले रहे है। सुनिल कहते है कि कुर्सी की चाहत कहे या फिर करारी हार का बदला। पंचायत में बुरी तरह पटखनी खा चुके नेताजी अब हो सकता है कि नप चुनाव में अपनी जमीन तलाश रहे हो। तभी तो करारी हार झेले नेताजी वार्ड में अपने उम्मीद्वार के प्रचार में लग हैं। वही कई उम्मीद्वारों ने कहा कि नेताजी को हिम्मत थी तो खुद क्यों नही लडे़। चाहे जो भी हो, अब देखना है कि पंचायत चुनाव में चारों खाने चीत नेताजी नप चुनाव में अपनी जमीन बचा पाते है या फिर यहां…………….