बक्सर खबर : दियरांचल को जहर से पीने से कब निजात मिलेगी। बक्सर , सिमरी व ब्रह्मपुर प्रखंड के लगभग सौ गांव वर्षो से आर्सेनिक युक्त पानी पी रहे हैं। न जाने कितने लोग इसकी वजह से मौत के शिकार हो गए। इस इलाके में बच्चे पैदा होते ही बीमारी झेलने को मजबूर हैं। इस भयावह सच से राज्यपाल को युवा नेता विजय मिश्रा ने अवगत कराया। जहां सभी लोग मंच पर भाषण देने का मौका तलाश रहे थे। वहीं युवा नेता ने पहले से तैयार ज्ञापन उनको सौंपा। जिसमें इन बातों का उल्लेख था। सिमरी प्रखंड के केशोपुर गांव के पास वर्षो पहले जल शोध संस्थान की नीव रखी गयी थी। आज तक वह कार्य लंबित है। एक अरब की लागत से बनने वाली योजना से लगभग पचास गांवों को जलापूर्ति होनी थी। हजारों फीट पाइप भी जहां-तहां पड़े हैं। सबकुछ बेकार साबित हो रहा है। कोई अधिकारी नहीं सुनता। सरकार भी सात निश्चय के तहत शुद्ध पेयजल का ड्रामा कर रही है। क्या यहां के लोग शुद्ध जल पी रहे हैं। गुरुवार को मुरार आए राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने जब यह ज्ञापन देखा तो इसकी गंभीरता को उन्होंने प्राथमिकता देने का वादा किया। पन्द्रह दिनों के भीतर उनके यहां से आवेदन कार्रवाई के लिए सरकार को भेजा जाएगा। बातचीत के क्रम में विजय मिश्रा ने बक्सर खबर से कहा यह आवेदन सिर्फ राजनीति के लिए नहीं है। हम इसी इलाके के रहने वाले हैं। हर रोज कोई अपना पेयजल की वजह से बीमार पडता है। यह देखकर बूरा लगता है। अगर समस्या का हल नहीं निकला तो मैं ही नहीं इस इलाके के लोग जिले का चक्का जाम कर देंगे।