बक्सर खबरः डुमरांव में अंजान ब्रह्म बाबा का वार्षिक पूजा मनाया जा रहा है। परंपरा के अनुसार प्रत्येक वर्ष भाद्रपद महीने के पूर्णिमा तिथि को अंजान ब्रह्म बाबा की वार्षिक पूजा की जाती है। कार्यक्रम मंदिर के पुजारी शिवजी पाठक व सुदर्शन पाठक के नेतृत्व में किया जा रहा है। आज सुबह से ही शहर में भक्तिमय माहौल बना हुआ है। पूर्व संध्या से ही अखंड कीर्तन का अयोजन भी किया गया था। जिसका समापन आज हुआ। मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न दोपहर पुजा की गयी।
मान्यता
बक्सर खबरः मंदिर के पुजारी शिवजी पाठक ने बताया कि लगभग 110 साल पूर्व पुरा इलाका जंगल हुआ करता था। आचानक एक दिन पेड़ में आग लगी। जब आग बुझी तो पत्थर एक ब्रम्ह लिंग मिला। उसके बाद से ही लोगों की आस्था यहां लग । जिसने भी मनोकामना बाबा के सामने रखी वो पूर्ण होता गया। बाबा में आस्था बढ़ती गयी। जिसके बाद डुमरांव उनगर के समाज सेवी हीरा लाल साह ने मंदिर की निर्माण कराने के लिए आगे बढ़े। भाद्रपद महीने के पूर्णिमा तिथि को अंजान ब्रह्म बाबा की वार्षिक पूजा की जाती है।