बक्सर खबर : बाल कल्याण समिति के तीन सदस्यों को जान मारने की धमकी मिली है। इसकी लिखित शिकायत समिति के सदस्यों ने गुरुवार को नगर थाना में दी है। इनका आरोप है कि देवकुली ब्रह्मपुर के रहने वाले गोपाल ओझा ने फोन कर जान मारने की धमकी दी है। पहले जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश चन्द्र पांडेय, सदस्य विनोद सिंह व प्रतिमा सिंह के नंबर पर बारी-बारी से फोन आया।
उस शख्स से परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा है। सदस्यों के अनुसार मामला दो किशोर बच्चों से जुड़ा है। सुशांत व श्रृष्टि दोनों भाई-बहन हैं। बच्चों को उनके दादा ने अपने कब्जे में रखा था। उनके माता-पिता संजय ओझा व नमिता को उन्होंने पहले ही घर से निकाल दिया था। इस बीच बच्चों की मां ने बाल कल्याण समिति को आवेदन दे बच्चों को प्राप्त करने की गुहार लगाई गई। ब्रह्मपुर थाने की मदद से समिति ने दोनों बच्चों को उनके कब्जे से मुक्त कराया। इस बीच 16 मई को कानूनी परामर्श के बाद बच्ची श्रृष्टि को उसके मां के हवाले कर दिया गया।
वहीं सुशांत को फिलहाल बाल कल्याण समिति के पास ही रखा गया है। इससे खफा उनके दादा गोपाल ओझा जो सेवानिवृत पुलिस के दरोगा हैं। बुधवार अर्थात 17 मई को फोन कर समिति के सदस्यों को धमकाने लगे। जिसकी शिकायत समिति ने पुलिस से की है। वहीं दूसरी तरफ एक रोचक पहलू यह भी सामने आया है। उन दोनों बच्चों के नाम से एक आवेदन कोर्ट में दिया गया है। जिसमें दोनों नाबालिग ने दादा के साथ रहने की इच्छा जताई है।