बक्सर खबरः शोषित सवर्ण संघर्ष समिति द्वारा न्यायिक सेवा में आरक्षण का करते हुए। 31 दिसम्बर को बक्सर समाहरणालय के सामने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री के विरोध में पुतला दहन किया जायेगा। यह जानकारी देते हुये एस4 के संयोजक रविन्द्र सिंह ने कहा कि न्यायिक सेवा विद्ववता और विद्वानो का है।चाहे वो किसी जाति व धर्म का क्यो न हो। सुशासन बाबू के द्वारा 50 फिसदी का आरक्षण का फैसला हास्यहासपद है। पहले से ही विद्वान जजों के कमी के कारण न्यायिक सेवा बदहाल है। केस के फाइलों से दबा हुआ है। सवर्णो से अनुरोध है कि आपसी मतभेद को भूलकर आप इसका विरोध किया जाये ताकि हमारे आने वाली पीढ़ी को इस आरक्षण रूपी कोढ़ से छुटकारा मिल सके।