बक्सर खबर : केन्द्रीय जेल से कैदियों के भागने का सिलसिला लगातार जारी है। इससे पहले जिले का कुख्यात अपराधी संतोष पासवान ग्राम महदह, थाना मुफस्सिल व राजू राम ग्राम रसुलपुर, थाना राजपुर भागे थे। 18 दिसम्बर 2011 की रात इन दोनों ने बांस के सहारे इस कारनामे को अंजाम दिया। राजु राम तो एक सप्ताह के अंदर ही पकड़ लिया गया। लेकिन संतोष पासवान लगभग दो वर्ष बाद राजपुर थाना के अकबरपुर गांव से पकड़ा गया। तब जिले के तत्कालीन एसपी बाबू राम थे। फिलहाल संतोष तीसरी बार पकड़ा गया है। वह नया बस स्टैंड के पास हरेन्द सिंह की हत्या में जेल भेजा गया है।
सब जेल से भागे थे चार हत्यारोपी
बक्सर : केन्द्रीय जेल के अलावा पुराने सदर अस्पताल के पास स्थित सब जेल से एक ही साथ चार हत्यारोपी भाग निकले थे। यह घटना 14 जून 2014 को हुयी थी। न्यायालय परिसर में कमलेश सिंह की हत्या करने वाले अमन सिंह, बोतल चौधरी, विशाल श्रीवास्तव एवं अरमान अंसारी दस बजे दिन में ही फरार हो गए। इस मामले में सब जेल के उपाधीक्षक समेत आठ लोगों को सस्पेंड किया गया था।
प्रशासन का खराब हुआ न्यू इयर
बक्सर : जिले में विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने का जिम्मा संभालने वाले अधिकारियों का नव वर्ष खराब हो गया है। दो दिन पहले ही जेल की सुरक्षा का जायजा लेने रात तीन बजे औचक निरीक्षण किया गया था। जिसमें एसीडीओ और डीएसपी समेत कई थानाध्यक्ष भी शामिल थे। इनकी माने तो सबकुछ फीट था। जांच रिपोर्ट में यही बात सामने आयी। पर दो दिन बाद ही सुबह तीन बजे को खबर सामने आयी। उसने पूरे जेल प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आज की खबर
केन्द्रीय जेल से पांच खुंखार कैदी फरार
बक्सर(31 दिसम्बर): http://www.buxarkhabar.com/?p=20759