बक्सर खबर : बैंकों में अभी भी पांच सौ रुपये के नए नोट नहीं पहुंचे हैं। जिसकी वजह से हालात जस के तस बने हुए हैं। निकासी के लिए शाखा तक जाने वालों को तय नियमानुसार रुपये भी नहीं मिल रहे हैं। एक्सचेंज करने वालों की हालत और भी बुरी है। बड़े नोट से लोगों का काम नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से स्थिति जस की तस बनी हुयी है। भीड़ छटने का नाम नहीं ले रही। आम आदमी से लेकर निकासी करने वाले तक तमाशे का हिस्सा बने हुए हैं। एक पाठक ने स्टेट बैंक की मुख्य शाखा से फोन किया। उनका कहना था गेट बंद है। बाहर वाले बाहर अंदर वाले अंदर फंसे हैं। उस समय तक पांच नहीं बजे थे। बावजूद इसके बैंक का गेट आने वाले ग्राहकों के लिए बंद हो गया था। नया बाजार की शाखा में रुपये निकालने गए गिरीश राय ने बताया महज दो हजार रुपये मिले। वह भी बड़ा नोट। क्या किया जाए। एक दिन पहले खबर आयी थी। डुमरी पीएनबी के दो कर्मचारी रुपये गिनते-गिनते बेहोश हो गए थे। शाखा प्रबंधक ने कहा उनमें से एक व्यक्ति काम करने नहीं आए। इस संदर्भ में पूछने पर लीड बैंक मैनेजर जयंत चक्रवर्ती ने कहा अब रुपये जमा करने वालों से ज्यादा भीड़ निकासी वालों की है। पिछले पांच दिनों में साढ़े पांच अरब रुपये के पुराने नोट जमा हुए हैं। जमा करने का सिलसिला अभी भी चल रहा है। लेकिन, ज्यादा भीड़ निकासी करने वालों की है।