बक्सर खबर : दो दिन पहले उत्पाद विभाग ने 1 करोड़ 5 लाख रुपये की शराब नष्ट की। यह कार्य उत्पाद विभाग के चरित्रवन स्थित शराब डीपो में हुआ। जहां विभाग का गोदाम स्थित है। सोमवार को उत्पाद अधीक्षक मनोज कुमार की मौजूदगी में शराब नष्ट होने का सिलसिला शुरु हुआ। यह कार्य सुबह दस बजे से रात दस बजे तक चला। इस बीच न जाने कितने लोगों ने इस पर हाथ साफ किया।
काम में लगे मजदूर, तैनात कर्मचारी सभी ने हाथ मारा। इसके कुछ वीडियो बक्सर खबर के हाथ लगे हैं। जिसमें शराब चुराते लोग दिखे हैं। हम क्रमवार आपको यह नजारा दिखाएंगे। यह साक्ष्य यह साबित करता है। जहां भी सरकारी संरक्षण में शराब नष्ट होती है। वहां प्रशासनिक मिली भगत से बड़ी मात्रा में शराब की चोरी होती है। जब यह कार्य शुरु होता है। उस समय अधिकारी थोड़ी देर के लिए अपना फोटो बनवाते हैं। फिर हट जाते हैं। तब शुरु होता है गोलमाल का खेल।
उत्पाद अधीक्षक मनोज कुमार से इस संबंध में बक्सर खबर ने बात की। उन्होंने कहा मैं इससे इनकार नहीं कर सकता। मजदूर ऐसा कर सकते हैं। लेकिन उस वक्त मैं वहां मौजूद नहीं था। वीसी हुआ मैं वहीं चला गया था। क्या यह शराब जब्त की गई थी? अधीक्षक ने कहा नहीं यह शराब सरकारी स्टाक की है। जिसे विभिन्न कंपनियों को वापस लेना था। उन्होंने पहल नहीं की तो अंतत: तय समय सीमा बीत जाने के बाद उसे नष्ट किया गया।(यह खबर हमारे साप्ताहिक कालम पोल-खोल के लिए थी। मंगलवार को तकनीकि परेशानी के कारण इसे पोस्ट नहीं किया जा सका)