बक्सर खबर : कभी-कभी ऐसा होता है कि लोग उसे अजुबा की संज्ञा देते हैं। शुक्रवार की रात ऐसा ही घटना छोटकी ढ़काई मठिया में हुई। रात डेढ बजे मंदिर में सेंध लगा चोर दाखिल हुए। उन्होंने महंथ रामेश्वर दास को अपने कब्जे में ले लिया। मंदिर के गर्भ गृह को खोलने के लिए कहने लगे। मारपीट करने के बाद वे पुजारी को लिए गर्भगृह में पहुंचे। इतने में विशाल काला नाग आ गया। उसे देखकर ऐसा लगा मानो वह प्रकट हुआ हो। गेट पर फण फैला खड़ा हो गया। यह दृश्य देखते ही आधा दर्जन चोरों की फट गयी। सारे के सारे वहां से भाग खड़े हुए। चोरों के जाने के बाद नाग देवता उस छेद में जा बैठे जिसे चोरों ने बनाया था। सुबह होते ही यह खबर गांव में आग की तरह फैल गयी। कुछ लोगों ने इसकी सूचना कृष्णा ब्रह्म थाने को दी। मठिया में अष्ट धातु की मूर्ति चोरी होने से बच गयी। खबर सुन थाना के साथ डुमरांव डीएसपी कमलापति सिंह भी पहुंचे। सबने वह नजारा देखा। नाग वहां विराजमान था। उसे देखते ही पुलिस वालों ने हाथ जोड़ लिए। पुलिस ने पाया कि मंदिर के अंदर भगवान राम-जानकी व लक्ष्मण की प्रतिमा सुरक्षित है। इतने में वहां भीड़ भी बहुत जमा हो गयी। नाग मंदिर में ही कहीं लापता हो गया। पुजारी ने बताया कि मंदिर 1950 के दशक का बना हुआ है। इसको लेकर पूरे गांव में तरह-तरह की चर्चा आम है।