बक्सर खबर : बाढ़ पीडि़त लोगों को हर संभव सहायता पहुंचाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। गुरुवार को नियाजीपुर मध्य विद्यालय में सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे डीएम रमण कुमार ने कहा सबसे अधिक ध्यान बीमार और बुजुर्ग लोगों पर देना है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं पर विशेष नजर रखनी है। इसके लिए नौका एंबुलेंस बनायी गयी है। जो चौबीस घंटे तैयार रहेगी। उसपर इतनी व्यवस्था होनी चाहिए कि जरुरत पडऩे पर प्रसव कराया जा सके। प्रशासन द्वारा जितने भी राहत शिविर बने हैं। अगर वहां शरणार्थी पहुंच गए हैं तो उनके लिए खाना बने। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कुल पांच हजार लोगों के लिए प्रतिदिन भोजन बनाने का आदेश दिया गया है। सुबह में चावल दाल और रात में पुड़ी-सब्जी का इंतजाम रहेगा। जहां के लोग राहत शिविर तक नहीं पहुंच पा रहे। वहां घर-घर वितरण का प्रबंध होना चाहिए। उन्होंने बैठक में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी अथवा कर्मचारी लापरवाही करते पाए गए तो उनके गिरफ्तार कर लिया जाएगा। समीक्षा के दौरान यह सामने आया कि चौसा व बक्सर के पशु चिकित्सक अपने काम में कोताही बरत रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया। उन्होंने सभी वरीय पदाधिकारी तय स्थान पर कैंप करेंगे। मैं स्वयं आज नियाजीपुर में कैंप करुंगा। डीडीसी और एडीएम को भी कैंप करने का निर्देश दिया गया है।