बक्सर खबर : लोगों को कानून का डर है न भगवान का। डुमरांव में 19 अप्रैल को ऐसे ही बेखौफ लोगों ने मुर्गी व्यवसायी सुरेन्द्र गुप्ता की हत्या कर दी थी। अभी तक इस मामले में पुलिस का अनुसंधान सिफर है। एक माह होने को जा रहे हैं। गुप्ता की बेवा पत्नी माला देवी की सुनने वाला कोई नहीं। बात-बात पर शोक सभा और धरना प्रदर्शन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता व नेता भी खामोश हैं। क्योंकि एक बेवा की मदद से उनको अपना राजनीतिक ग्राफ उंचा होता नहीं दिख रहा। इन सबसे अलग अपने पति को खो चुकी माला परेशान है। उसने बुधवार को बच्चों के साथ अनशन कर प्रशासन को चेतावनी दी। उसका पूरा परिवार आज भूखमरी के कगार पर है। छह बच्चे और घर में बुढ़ी सास है। उसकी मदद अगर प्रशासन ने नहीं की। तो वह डीएम और एसपी कार्यालय के सामने अपने बच्चों समेत धरना देगी। अगर इस जमाने में ऐसे ही जीना है तो यह इतना बड़ा तंत्र किस काम का। उक्त महिला ने प्रशासन को एक सप्ताह की मोहलत दी है। हत्यारों को गिरफ्तार करें, साथ ही मेरी जीविका का प्रबंध करें। विधवा का यह विलाप किस पर कहर बनकर टूटेगा। यह तो भगवान ही जाने। धर्म कहता है जिस राजा के राज्य में प्रजा दुखी हो। वह पाप का भागी होता है।