बक्सर खबर : भुअर यादव की टांग टूट गयी है। वह अस्पताल में भर्ती है। उसका उपचार पटना में चल रहा है। इस शपथपत्र बुधवार को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। आप सोच रहे होंगे भुअर की टांग से टूट गयी तो इसमें क्या खबर है। खबर यह है कि इस टांग ने ग्यारह आरोपियों को बचने का मौका प्रदान कर दिया। जिसमें एक अभियुक्त डुमरांव के विधायक ददन यादव भी हैं। इन लोगों ने बहुत पहले डुमरांव के राजद नेता रामजी यादव को पीटा था। तब रामजी का पैर टूट गया था। उनका आरोप था कि उनकी जान जाते-जाते बची। मुकदमें में धारा तीन सौ सात लगी। इस संगीन अपराध में डुमरांव विधायक को सजा हो सकती है। बचाव के लिए उन्होंने हाई कोर्ट का सहारा लिया। जहां से उनको राहत मिल गयी। वादी रामजी यादव कहां पीछे रहने वाले थे। मुकदमें को लेकर सर्वोच्च न्यायालय पहुंच गए। वहां से हाई कोर्ट के निर्णय को अनुचित ठहरा दिया गया। निर्देश मिला निचली अदालत ही सुनवायी की हकदार है। मामला पुन: सिविल कोर्ट बक्सर आ गया। दोनों पक्ष की गवाही पूरी हो चुकी है। आरोप गठन का समय आ चुका है। बुधवार को इसके लिए दोनों पक्ष के लोगों को बुलाया गया था। सभी अभियुक्त को शरीर उपस्थित होना था। ऐसे में एक अभियुक्त भुअर यादव न्यायालय नहीं आए। उनके अधिवक्ता ने कहा मुवक्किल का पैर टूट गया है। अस्पताल में भर्ती है। पक्ष जानकार न्यायालय ने मुकदमें की अगली तारीख पन्द्रह दिसम्बर को दी है। देखना है इस रोचक मुकदमें में आरोपियों के भाग्य का फैसला क्या होता है। वर्ष 2005 से चल रहे मुकदमें की सुनवायी एडीजे प्रथम रामनरायण सेवक पांडेय की अदालत में चल रहा है। वादी रामजी यादव ने बक्सर खबर से बातचीत में कहा। इन लोगों से मुझे खतरा है। कुछ माह पहले मैंने डीएम व एसपी को भी पत्र सौंप सुरक्षा की मांग की थी। फिलहाल एक और पत्र प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय को भेजा है।
कौन-कौन हैं अभियुक्त
बक्सर : इस मुकदमें में कुल बारह लोग नामजद थे। ददन यादव विधायक डुमरांव, मदन यादव, गनोज यादव, भुअर यादव, भीम यादव, लक्ष्मण सिंह यादव, रामबचन सिंह यादव, लक्ष्मण तुरहा, खुशी चंद महतो, अख्तर हुसैन व वर्ष 2005 में विधायक के पीए रहे सुबोध यादव। इन ग्याहर को न्यायालय में उपस्थित होना है। बारहवें अभियुक्त रामाशंकर यादव की मृत्यु हो चुकी है।