बक्सर खबर (12जून): धान व मक्के के बीज से लदे ट्रक को चालक और खलासी समेत अगवा करने वाले यादव गैंग के पांच अपराधियों को पुलिस ने दबोच लिया है। कठिन परिश्रम के बाद पुलिस ने ट्रक और गोदाम में छीपाकर रखे पचास लाख रुपये मूल्य के बीज को भी बरामद कर लिया है। चालक चन्द्रमा देव पटेल इनके चंगुल से मुक्त हो गया है। लेकिन, खलासी मुकेश पटेल का अभी भी पता नहीं लगा है। गिरोह के दो सदस्य जिनका नाम मनोज है। भागने में सफल रहे हैं। पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापामारी कर रही है। इसकी जानकारी एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा ने रविवार को प्रेस वार्ता के दौरान डुमरांव में दी। गिरफ्तार लोगों में सोनू यादव, शेषनाथ यादव ग्राम कैथी, जिला बक्सर, कमलेश यादव, राजेश यादव ग्राम रुप बांध थाना जगदीशपुर, मंजय यादव ग्राम सुरेमनपुर थाना शाहपुर शामिल हैं। इनके पास से चार कटटे, आठ गोली व 25915 रुपये नकद बरामद हुए हैं। इनकी निशानदेही पर जगदीशपुर थाना के रुपबांध में संजय सम्राट के यहां छापा मारा गया। जिसके यहां से धान और मक्के का बीच बरामद किया गया। इस घटना में लूट की दूसरी प्राथमिकी आरा जिला के धनगाई थाना में भी दर्ज की गयी है।
चालक के बयान पर हुई प्राथमिकी, हत्या की थी योजना
बक्सर – इस घटना की प्राथमिकी डुमरांव थाना के नयाभोजपुर ओपी में दर्ज की गयी है। चालक चन्द्रमा पटेल ग्राम देवरही, थाना नयी गढ़ी जिला रिवा मध्य प्रदेश के बयान पर अपहरण और आर्म्स एक्ट का केश दर्ज हुआ है। उसे बताया कि वह बंगलौर से बीज लेकर पटना जा रहा था। रास्ते में गाड़ी शुक्रवार को जब सोनवर्षा से आगे बढ़ी थी तो इन लोगों ने बोलेरो से पीछा करना शुरु किया। धनगाई के पास ट्रक को रोक लिया और खलासी तथा चालक को गाड़ी में बैठा लिया। रास्ते में उसने पूरा माल कहीं उतार दिया गया। रास्ते में यह बात करे थे गंगा पार करने के बाद चालक और खलासी को मार देना है। ट्रक को बलियां ले जाकर कटवा देना है। पर इसी क्रम में नया भोजपुर मोड़ के पास बयासी घाट के रास्ते में चालक पुलिस को देख गाड़ी से कूद पड़ा। चालक ने रोते हुए कहा मेरा भतिजा गायब हो गया है। अब बिहार आने से डर लगता है शाहब।
मुखिया का चुनाव लड़ रहा था जिले का अपराधी
बक्सर – शेषनाथ यादव ग्राम कैंथी, थाना बगेन जिला बक्सर को पुलिस ने लूट व अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया है। जांच में यह पता चला कि कैथी पंचायत से उसने अपनी पत्नी सावित्री देवी को मुखिया का चुनाव लड़ाया था। वह दूसरे स्थान पर रही, शेषनाथ की योजना सफल नहीं हो सकी। ऐसे लोग अगर प्रतिनिधि बनते हैं तो वे समाज का क्या भला करेंगे।
कठिन सजा दिया जाय
तब जा के मालूम होगा कि चोरी का मतलब क्या होता है
कठिन सजा दिया जाय
तब जा के मालूम होगा कि चोरी का मतलब क्या होता है