बक्सर खबर : सिमरी थाना के महरौली व खरहाटांड का विवाद राजनीति रुप अख्तियार करता जा रहा है। दो पक्षों की आपसी रंजिश में बेकसूर लोगों को फंसाया जा रहा है। यह कहना है सरपंच राजेन्द्र ओझा के परिजनों का। इस विवाद में उनके पुत्र छवागुरु ओझा को भी फंसाया गया है। बक्सर खबर से घटना की शिकायत करते हुए उनके परिवार के युवक ने कहा। विवाद हम लोगों के साथ नहीं था। पिता जी मौजूदा सरपंच हैं। पहली बार वहीं के एक यादव भाई को उप सरपंच बनाया गया। वहीं से राजनीतिक गोटी सेंकी जा रही है। विवाद हमारे यहां के लोगों से नहीं था। महरौली के ही दो परिवार आपस में भीड़े। वहां सरपंच मामले को सुलझाने की नियत से गए। जिसे मारपीट का रंग दे दिया गया। अब नाहक बेकसूर लोगों को फंसाया जा रहा है। यह घटना पिछले शुक्रवार की है। शनिवार को ब्रह्मपुर विधायक शंभु यादव भी पहुंच गए। उनके पीछे-पीछे डीएसपी कमलापति सिंह व पुलिस टीम भी गयी। विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को अभियुक्त बना दिया गया। रविवार को कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। विरेन्द्र ओझा जिनकी उम्र लगभग 52 वर्ष है। दूसरे युवक छवागुरु ओझा। जिनका हाल ही में आपरेशन हुआ है। इन दोनों को पुलिस ने हवालात पहुंचा दिया है। गांव वालों का कहना है, इस घटना के पीछे राजनीतिक द्वेष छिपा है। क्योंकि जिन लोगों द्वारा प्राथमिकी की गयी है। वहीं पर कभी पंचायत करने गए तत्कालीन सरपंच संतोष ओझा की हत्या कर दी गयी थी। तब कई लोगों का नाम उस मुकदमें आया था। फिलहाल राजनीतिक पहुंच रखने वाले अब उसी आग को भड़काना चाहते हैं। इस लिए पुलिस को इस मामले में संभलकर कदम उठाना होगा। अन्यथा कई बेकसूर लोग नाहक फंस जाएंगे।