बक्सर खबर : जिले के सरकारी अस्पताल राम भरोसे चल रहे हैं। कहीं भी सुचारु रुप से ओपीडी नहीं चल रहे। सदर अस्पताल का भी बुरा हाल है। यहां पिछले एक माह के दौरान सर्जन ने किसी मरीज का आपरेशन नहीं किया। बच्चो के लिए बने एसएनयू यूनिट का संचालन मानक के अनुरुप नहीं हो रहा। यह सारी बातें स्वास्थ्य समिति की बैठक में खुलकर सामने आयी। डीएम रमण कुमार मंगलवार को विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। घोर लापरवाही से नाराज डीएम ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक समेत दो दर्जन से अधिक डाक्टरों और कर्मचारियों का वेतन बंद कर दिया। सर्जन डा. डीएन पांडेय, डा. रविशंकर, डा. भारतवासी, डा. अंकुर जमीत, एसीएमओ, डा. केएन गुप्ता, डा. एसडी राय, डा. अभिषेक, डा. आशुतोष, डा. रश्मि सिंह, डा. रश्मि सिंह, डा. भारती द्विवेदी, डा. नगेन्द्र भूषण समेत, डीपीएम धनंजय, डीसीएम संतोष आदि वेतन बंद हुआ है। इतना ही नहीं प्रसव के खराब प्रदर्शन पर राजपुर तथा चक्की पीएचसी पर भी कार्रवाई की गयी है। डीएम ने सिविल सर्जन से कहा है, सबको कारण बताओ नोटिस जारी करें और अपने मंतव्य के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करें। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम के संभावित आगमन को देखते हुए डीएम सभी विभागों की गहन समीक्षा कर रहे हैं।