बक्सर खबर (4जून): शहर के जहाज घाट के पास जुए का अड्डा चलता है। इसकी शिकायत पुलिस को मिली और जिला प्रशासन को भी। डीएम के आदेश पर 24 मई को वहां छापा पड़ा। छापामार दल में नगर थाना के सहायक अवर निरीक्षक धर्मेन्द्र शामिल थे। उनके साथ एक चालक और छह सिपाही मौके पर पहुंचे। दो लोग वहां से पकड़े गए। लेकिन, यह मामला थाने तक नहीं पहुंचा। बीच में ही रफा-दफा कर दिया गया। अगले दिन यह खबर मीडिया में भी हल्के में आयी। क्योंकि पूछने पर बताया गया कोई पकड़ा नहीं गया था। इस बीच यह शिकायत पुलिस कप्तान उपेन्द्र कुमार शर्मा तक पहुंच गयी। मोटी रकम लेकर शहर के दो प्रमुख लोगों को पुलिस ने छोड़ दिया है। भ्रष्टाचार के जुड़ी सूचना मिलते ही एसपी के कान खड़े हुए। उन्होंने स्वत: संज्ञान लेते हुए इसकी जांच प्रारंभ करायी। पता चला कि उक्त दल में नगर थाने के दरोगा, एक चालक और छह सिपाही शामिल थे। सबकी मिली भगत से यह खेल हुआ है। एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दरोगा समेत अन्य सभी सात पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। बक्सर खबर के साथ हुई बातचीत में कप्तान ने कहा जांच का जिम्मा सदर डीएसपी शैशव यादव को दिया गया है। इस मामले में खबर दबाने के लिए शहर के कुछ मीडिया कर्मियों ने भ्रष्टाचार की गंगा में हाथ साफ किया है। पुलिस ने कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। जांच रिपोर्ट में एक स्वर्णकार का नाम सामने आया है। जो मौके से पकड़ा गया था। दूसरे व्यक्ति का नाम अभी भी पर्दे में है।