बक्सर खबर : होली के बाद पडऩे वाले मंगलवार को शहर में महावीरी पूजा मनायी जाती है। शहर के लोग इसे बुढ़वा मंगल भी कहते हैं। वर्षो से चली आ रही परंपरा का निर्वहन आज भी जारी है। इसका श्रीगणेश कभी मुनीम चौक और श्रीचन्द्र मंदिर से हुआ था। पर आज शहर के सभी महावीर मंदिरों से यह जुलूस मंगलवार को निकलता है। कुछ सन पहले यह परंपरा शहर में शुरु हुई थी। जब प्लेग बीमारी का प्रकोप था। गांव के गांव लोग इसकी चपेट में आ जाते थे। तब यहां रहने वाले एक साधु ने इसका श्रीगणेश कराया था। सभी लोग शहर को साफ करते, पारंपरिक वस्त्र पहनते और भगवान हनुमान की पूजा करते। तब से ही यह परंपरा निकली और आज इसका यह स्वरुप देखने को मिलता है। महावीरी पूजा के दिन सभी घरों पर महावीरी झंडा लग जाता है, सड़कें सजाई जाती हैं, युवा केसरिया पगड़ी बांध जय बजरंग बली के नारे लगाते हैं। पूरा शहर अभी जय हनुमान-जय श्री राम के नारों से गूंज रहा है।