बक्सर खबर : आज अक्षय तृतीया है। वैदिक मान्यता के अनुसार दान, ध्यान व परोपकार का विशेष फल होता है। जिसके पुण्य का क्षय नहीं होता। इस तिथि को शुभफल देने वाला कहा गया है। पंडित नरोत्तम द्विवेदी बताते हैं कि अन्नदान, घट दान( मिट्टी का घडा अथव जल से भर घडा) छत्रदान, विष्णु पूजन का विधान है। इसी तिथि को प्रदोष काल में भगवान परशुराम जी का जन्म उत्सव भी मनाया जाता है। जिसे परशुराम जयंति भी कहा जाता है। पुराण के अनुसार इसी तिथि को त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था। मेष राशि व वृश्चिक राशि के लिए कृषि मुहूर्त का लग्न भी है।