बक्सर खबर : सिकरौल बड़ी नहर पर बसा ग्रामीण बाजार है। इसकी महता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वहां थाना भी है। नहर के एक तरफ बाजार बसा है। दूसरी तरफ थाने का भवन है। इस बाजार में पिछले एक साल से लगातार हत्या हो रही है। विधानसभा चुनाव के बाद से वहां हत्या और हत्या के प्रयास का खेल जारी है। पहले सोनू पनेरी मारा गया। उसके बाद लाला पासवान पर गोली चली। वह बच गया। कुछ दिन बाद कृष्णा चौधरी को सिकरौल बाजार में चाकू मार दिया गया। लंबे उपचार के बाद वह बच गए। इसके बाद सोनार मास्टर के बेटे को भी गोली मारी गयी। संयोग से वह भी बच गया। अपराधियों की अगली गोली का निशाना डा: गोपाल चौधरी। उनकी मौके पर ही मौत हो गयी। इस बार ऐसा बवंडर हुआ कि सिकरौल विरोध में उठ खड़ा हुआ। पुलिस की लापरवाही उजागर हुई। थानाध्यक्ष को एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा ने तत्काल हटा दिया। उनकी जगह नए बैच के सहायक पुलिस निरीक्षक राजकुमार को थानाध्यक्ष बनाया गया है। आदेश के साथ ही वे काम पर भी लग गए हैं। कमोबेश ऐसा ही कम ही देखने को मिलता है। जब चुनौती के साथ किसी को जिम्मेवारी मिलती है। सामने वाले में कितना दम है। इसका पता भी चल जाता है। अब देखना है राजकुमार यहां किस तरह की बैटिंग करते हैं।